02

अदनान अली खान

(सफल उद्यमी)

TUFA नाम ब्रांड के तहत बनाये विभिन्न तरह के उत्पाद

यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो बचपन से ही खेती से जुड़ा हुआ है। शोपियां, जम्मू और कश्मीर से यह चौथी पीढ़ी के किसान और एक उद्यमी जिन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट प्रबंधन, कृषि व्यवसाय, उत्पाद विकास, इनोवेशन, उत्पादन और नियोजन प्रबंधन में दस साल का अनुभव है। अदनान अली खान जी ने पुणे में भारती विद्यापीठ यूनिवर्सिटी से इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में बी.ई. पूरी की और जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से मार्केटिंग और एच.आर. में एम.बी.ए. की।

उन्होंने ए.एल. करीम Souq Pvt. Ltd ब्रांड नाम “TUFA” के साथ 2019 में अपना स्टार्टअप शुरू किया जिसका उदेश्य जम्मू और कश्मीर के किसानों को समर्थ बनाना है। अरबी में “TUFA” का अर्थ सेब होता है।

उनके स्टार्टअप, “TUFA” का मुख्य काम कृषि और बागवानी से बिचौलियों हटाना और ब्रांडिंग, मार्केटिंग,उत्पादों को ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से सीधे ग्राहकों को या बिज़नेस-से-बिज़नेस तक सीधा बेचना था, जिससे  30% से 40% तक किसानों को लाभ हुआ। साथ ही, कई अन्य एग्रीटेक स्टार्टअप इस दिशा में पहल करने के लिए आगे आएंगे। इनका मुख्य लक्ष्य कश्मीरी उत्पादों जैसे सेब, अखरोट, बादाम, केसर और अन्य उत्पादों की कीमत को बढ़ाना है और ग्राहकों के खरीदने योग्य बनाना है।

सेब को सफलतापूर्वक बेचने के बाद, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सेबों को नए तरीके से पैकेज करने का फैसला किया, जिससे उन्हें कश्मीर के अन्य प्रीमियम उत्पादों जैसे केसर, अखरोट, बादाम, शिलाजीत, लैवेंडर का तेल, कहवा और अन्य उत्पादों को पूरे भारतीय मार्किट में लाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

अदनान अली जी को देश और विदेश के ग्राहकों से बहुत प्यार मिला। वह न केवल उत्पाद बनाते हैं बल्कि बिना किसी बिचौलियों के अपने उत्पादों का ब्रांड, मार्किट और बेचते भी हैं। इससे किसानों की आमदन में वृद्धि हुई है और वह व्यापारिक बातचीत करने के समर्थ भी हुए। इनका मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में एक स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाना था ताकि कृषि और बागवानी उद्योग नई ऊंचाई तक पहुंच सके।

2010 में रिसर्च करते समय उन्होंने यह समझा कि बिचौलियों द्वारा किसानों को बहुत नुक्सान हो रहा है, किसानों को मूल्य का केवल 20% प्राप्त होता है। अदनान अली खान जी का प्रबंधन पृष्ठभूमि है, तो उन्होंने रिसर्च करना शुरू किया और यह जाना कि थोक मूल्य और रिटेल रेट में बहुत बड़ा अंतर है।

अदनान ने देखा कि कश्मीरी उत्पादों की भारी मांग है, जो कि प्रीमियम उत्पाद हैं। TUFA ने सेब के छोटे पैक के साथ शुरुआत की और उन्हें कश्मीर के सुपरमार्केट में सप्लाई किया, और यह ग्राहकों को काफी पसंद आया। फिर उन्होंने अन्य उत्पादों जैसे केसर, अखरोट, बादाम, लैवेंडर का तेल आदि के साथ शुरुआत की।

अदनान अली खान इक्विटी, समावेश और स्थिरता के सिद्धांतों का उपयोग करके सीमांत किसानों की मदद करके कृषि-उत्पाद विकास में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

उनका मिशन मार्किट की खोज में कृषि-किसानों को मार्किट सहायता, सीधी और सहज प्रदान करके कनेक्टिविटी की प्राप्ति और तकनीकी दखल अंदाजी द्वारा मुख्यधारा की मार्किट एकीकरण में सहायता प्रदान करके राष्ट्रीय स्तर पर एक सफल कृषि-किसान बनना है।

“TUFA” एक तरह से प्रकृति की देन है, क्योंकि सभी उत्पाद प्राकृतिक और सीधे फार्म वाले होते हैं, जिनमें कोई मिलावट या केमिकल नहीं होता। ज़्यादातर उत्पादों में मिनरल्स, पौष्टिक तत्व और औषधीय मूल्य होते हैं, जैसे कि अखरोट, बादाम, केसर, लैवेंडर का तेल आदि। अच्छी बात यह है कि जैविक उत्पाद बाजार में अन्य ब्रांडों की तुलना में 30% कम महंगे होते हैं और इनमें गुण बेमिसाल होते हैं।

उत्पादों की सूची

  • सेब, अखरोट, बादाम, केसर, शिलाजीत, लैवेंडर तेल, गुलकंद।
  • अंजीर, क्रैनबेरी, ब्लूबेरी, राजमा दाल।
  • कहवा चाय, शहद, मसाला टिक्की, लाल मिर्च पाउडर।
  • लैवेंडर की चाय, खुबानी, अखरोट का तेल, बादाम का तेल, सेब का आचार और सेब की चटनी आदि।

खान जी अपने इस कार्य को शुरू करने में भाग्यशाली रहे, क्योंकि उन्हें इस काम में सभी का समर्थन मिला। उनका परिवार और सलाहकार हमेशा समर्थन के स्रोत रहे हैं। इसके अलावा, उन्हें इस काम के लिए एन.आई.ए.एम. जयपुर, वाइस चांसलर SKUAST कश्मीर, वाइस चांसलर IUST कश्मीर, डायरेक्टर CIED IUST, और डायरेक्टर जनरल हॉर्टिकल्चर कश्मीर जैसे कई उच्च अधिकारीयों द्वारा समर्थन और प्रशंसा मिली। वहां शामिल लोगों में जम्मू-कश्मीर के माननीय उपराज्यपाल, यूटी अध्यक्ष श्री मनोज सिन्हा और जम्मू-कश्मीर के किसान शामिल थे।

भविष्य की योजना

उनकी योजना प्रीमियम कश्मीरी उत्पाद बेचने के लिए एक फ्रैंचाइजी मॉडल तैयार करने की है। अदनान जी की पूरे भारत में पहचान होगी और हम कश्मीर से अन्य अधिक तरह के उत्पादों को लेकर आने का प्रयास करेंगे। वह फ्लिपकार्ट और ऐमाज़ॉन पर भी उत्पाद बेचना चाहते हैं ताकि वह सभी ग्राहकों तक पहुँच कर सके। वह फ्रैंचाइज़ी मॉडल के माध्यम से पूरे भारत में स्टोर खोलने का भी प्रयास कर रहे हैं। वह अपने कार्य को पूरे भारतीय स्तर पर बढ़ाना चाहते है।

चुनौतियां

अदनान जी को शुरुआत में पूंजी निवेश, ज्ञान की कमी और माहिरता के मामले में बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। COVID-19 के दौरान, सभी कार्य रोक दिए गए थे। अब चीजें आसान हो गई हैं और हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

अदनान अली जी ने अगले 10 वर्षों में ‘TUFA’ को जम्मू-कश्मीर का पहला यूनिकॉर्न बनाने की इच्छा व्यक्त करते हैं। वह किसानों को बिचौलियों के बिना सीधे ग्राहकों तक अपनी उपज बेचने के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करना चाहते हैं। उनका मानना है कि हर दिन वह प्रीमियम कश्मीरी उत्पादों के लिए एक ब्रांड बनाने के अपने उद्देश्य की दिशा में काम कर रहे हैं जो उचित कीमत पर गुणवत्ता वाले उत्पाद पेश करेगा।

किसानों के लिए संदेश

किसानों को आत्मविश्वासी होना चाहिए, अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहिए, अपने उत्पादों को बेचना और बिचौलियों को कृषि व्यवसाय से निकाल देना चाहिए। हमें हर किसान की आय को दोगुना करने के लिए भारत के माननीय प्रधान मंत्री के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।