गुरविंदर सिंह
मछली पालन के व्यवसाय में नवीनता की मिसाल- गुरविंदर सिंह
गुरविंदर सिंह जी दसुआ, जिला होशियारपुर के निवासी हैं जो कृषि के क्षेत्र में एक इन्नोवेटर के तौरपर उभर कर आये। उन्होंने मधुमक्खी पालन में अपना सफर तीन साल पहले 30 बक्सों के साथ शुरू किया था और आज वह 300 बक्सों के साथ मधुमक्खी पालन कर रहे हैं। अपने दोस्तों से प्रेरित होकर और उनके द्वारा दी गई ट्रेनिंग के साथ गुरविंदर जी अब स्थानीय दुकानों और बाजारों में शहद बेचते हैं।
विविधीकरण की क्षमता को पहचानते हुए, गुरविंदर जी ने मछली पालन का व्यवसाय शुरू किया, जिसमें उन्होनें RAS तकनीक का प्रयोग किया। उनके फार्म पर 15 टैंक हैं, जिनमें से प्रत्येक का व्यास 4 फीट और गहराई 4.5 फीट है, इसके एक टैंक में 7000 मछलियां रख सकते हैं। अच्छी फीड देने और बढ़िया रख-रखाव से मछलियां 5-6 महीने में बिक्री के लिए तैयार हो जाती हैं, जिससे प्रति टैंक से 70,000 रूपये तक का लाभ मिलता है।
गुरविंदर जी की सफलता का श्रेय उनके दृष्टिकोण और निरंतर सीखते रहने की इच्छा रखने को दिया जा सकता है। उन्होंने हरियाणा के एक सरकारी केंद्र से 5-दिनों की ट्रेनिंग ली और इस विषय में अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन रिसर्च की। विशेष रूप से, उन्होंने Vietnamese और सिंघी नस्ल की मछली से काम शुरू किया, जो रोगों के प्रति कम संवेदनशीलता होती है।
गुरविंदर जी के खेती का कार्य कम मजदूरों से संपूर्ण हो जाता है। एक व्यक्ति मधुमक्खी पालन का प्रबंधन कर सकता है, और मछलियों का व्यापार सीधे खरीदारों के साथ या लुधियाना में मंडी के माध्यम से किया जा सकता है। अनुकूल स्थितियों को बनाए रखने के लिए, फार्म में छत को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है जो पूरे साल तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। सर्दियों में, टैंकों को पूरी तरह से ढक दिया जाता है, जबकि गर्मियों में, हरे रंग के नेट का उपयोग किया जाता है, जो RAS सिस्टम फिल्टर द्वारा पूरक होता है। सही नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए तापमान की जाँच करने वाले मीटर भी लगाए गए हैं।
गुरविंदर सिंह की सफलता की कहानी स्थाई और लाभदायक खेती अभ्यासों की समर्था को प्रदर्शित करती है। अपनी उत्सुकता और परिवार के समर्थन से, उन्होंने अपने छोटे व्यवसाय को एक बड़े व्यापार उद्यमों में बदल दिया है। इच्छुक किसान उनके अनुभवों से सीख सकते हैं और नवीन दृष्टिकोणों को अपनाकर और घर के पास उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाकर कृषि में बदलाव लाने का प्रयास कर सकते हैं।
किसानों को संदेश
गुरविंदर सिंह की उपलब्धियां उनके साथी किसानों के लिए एक प्रेरणा हैं। वह साथी किसानों को अपने आस-पास मौजूदा अवसरों को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वह उनके द्वारा किये जाने वाले कार्यों में रुचि रखने वाले किसानों को फ्री में ट्रेनिंग देकर अपना समर्थन देते हैं।