आम जानकारी
अश्वगंधा को चमत्कारी जड़ी बूटी के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इससे बहुत सारी दवाइयां बनाई जा सकती हैं। इसका नाम अश्वगंधा इसलिए है क्योंकि इसकी जड़ें घोड़े की तरह गंध देती है यह शरीर को घोड़े की तरह शक्ति प्रदान करता है। इसके बीज, जड़ें और पत्ते का प्रयोग काफी सारी दवाइयां बनाने के लिए किया जाता है। अश्वगंधा से तैयार की गई दवाइयां तनाव निवारक, नपुंसकता दूर करने के लिए और चिंता, अवसाद, भय, सिजोफ्रनिया इत्यादि को नियंत्रित करने के लिए प्रयोग की जाती है। जिसका औसतन कद 30-120 सैं.मी. और जड़ें सफेद-भूरे रंग की गुद्देदार होती है|इसके फूल हरे रंग के होते है, जिन परसंतरी-लाल रंग के बेर की तरह फल लगे होते है| भारत में मुख्य अश्वगंधा उगने वाले राज्य राज्यस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महांराष्ट्र और मध्य प्रदेश आदि हैं।