Japanese white: यह किस्म नवंबर-दिसंबर महीने में बोने के लिए अनुकूल है। इसे भारत में जापान द्वारा लाया गया है। उत्तरी मैदानों में इसकी पिछेती बिजाई के लिए और पहाड़ी क्षेत्रों में जुलाई से सितंबर महीने में इसकी खेती के लिए सिफारिश की गई है। इसकी जड़ें बेलनाकार और सफेद रंग की होती हैं। इसकी औसतन पैदावार 160 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pusa chetki: यह किस्म अप्रैल-अगस्त में बोने के लिए अनुकूल है। यह जल्दी पकने वाली किस्म है, और पंजाब में खेती करने के लिए अनुकूल है। इसकी जड़ें नर्म, बर्फ जैसी सफेद और मध्यम लंबी होती है। इसकी औसतन पैदावार 105 क्विंटल प्रति एकड़ और बीज 4.5 क्विंटल प्रति एकड़ होते हैं।
Pusa Himani: यह किस्म की बिजाई जनवरी-फरवरी महीने में शाम के समय करें| इसकी जड़ें सफेद और शिखर से हरी होती हैं| यह बिजाई के बाद 60-65 दिनों में कटाई के लिए तैयार होती हैं| इसकी औसतन पैदावार 160 क्विंटल प्रति एकड़ होती है|
Punjab Pasand: यह किस्म की बिजाई मार्च के दूसरे पखवाड़े में शाम के समय करें| यह जल्दी पकने वाली किस्म है, यह बिजाई के बाद 45 दिनों में कटाई के लिए तैयार होती हैं| इसकी जड़ें लम्बी, रंग में सफेद और बालों रहित होती है| इसकी बिजाई मुख्य मौसम और बे-मौसम में भी की जा सकती है| मुख्य मौसम में, इसकी औसतन पैदावार 215 क्विंटल प्रति एकड़ और बे-मौसम में 140 क्विंटल प्रति एकड़ होती है|
Punjab Safed Mooli-2: यह किस्म 60 दिनों में पक जाती है और इसकी औसतन पैदावार 236 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
Pusa Deshi: यह किस्म उत्तरी मैदानों में बोने के लिए अनुकूल हैं। इसकी जड़ें सफेद रंग की होती हैं। यह किस्म बिजाई के बाद 50-55 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
Pusa Reshmi: यह किस्म अगेती बिजाई के लिए अनुकूल है। यह 50-60 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
Arka Nishant: यह लंबी और गुलाबी जड़ों वाली किस्म है। यह किस्म 50-55 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं।
Rapid Red White Tipped: यह जल्दी पकने वाली यूरोपियन किस्म है। यह 25-30 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं। इसकी जड़ें छोटी और चमकदार लाल रंग के साथ सफेद रंग का गुद्दा होता है।