OD-19 (Sugandhi): यह किस्म AMPRS, Odakkali, KAU, Kerala द्वारा जारी की गई है। इस किस्म के पौधे की ऊंचाई 1-1.75 मीटर होती है। इसमें 0.3-0.4 % तेल की मात्रा होती है। इसके तेल की उपज 40-50 किलो प्रति एकड़ होती है और खट्टेपन की मात्रा 84-86 % होती है। इसे जलवायु और मिट्टी की काफी मात्रा में उगाया जा सकता है।
Pragathi: इसे CIMAP, Lucknow, U.P. द्वारा जारी किया गया है। इस किस्म के पौधे का कद छोटा और पत्ते गहरे हरे रंग के चौड़े होते हैं। इसके तेल की उपज 0.63 % और खट्टेपन की मात्रा 85-90 % होता है। इसे उप उष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय या उत्तरी मैदानों में उगाया जाता है।
Nima: इसे सी आई एम ऐ पी, लखनऊ, उत्तर- प्रदेश द्वारा जारी किया गया है। इस किस्म का पौधा लंबा और सिट्रल किस्म का होता है। इसके बायोमास की उपज 9-11 मिलियन टन प्रति एकड़ और तेल की उपज 95-105 किलो प्रति एकड़ होती है। इसे भारत के मैदानों में उगाया जाता है।
Cauvery: सी आई एम ऐ पी, लखनऊ, उत्तर- प्रदेश द्वारा जारी किया गया है। इस किस्म के पौधे लम्बे, और तने सफेद रंग के होते है| इसे नमी की स्थितियों में या नदी घाटी के निकट स्थित भारतीय मैदानों में उगाया जाता है।
Krishna: इसे सी आई एम ऐ पी सब सैंटर, बंगलौर द्वारा जारी किया गया है। इसका पौधा मध्यम ऊंचाई का होता है। इसमें बायोमास की मात्रा 8-11 मीटर प्रति एकड़ होती है और तेल की उपज 90-100 किलोग्राम प्रति एकड़ होती है। इसे भारतीय मैदानों में उगाया जाता है।
NLG 84: यह किस्म 1994 में AINRP on M & AP , NDUAT, Faizabad , Uttar Pradesh द्वारा जारी की गई है। यह किस्म लंबी होती है, इसके पत्ते 100-110 सैं.मी. लंबे होते हैं, जिसकी गहरी जामुनी रंग की परत होती है। इसमें तेल की मात्रा 0.4 % और सिट्रल की मात्रा 84 % होती है। यह उत्तर प्रदेश में उगाई जाती है।
OD 410: यह किस्म ऐ एम पी आर एस उड़कली, के ऐ यू, केरला द्वारा जारी की गई है। इसकी ओलियोरेसिन की उपज 1050 किलोग्राम प्रति एकड़ और ओलियोरेसिन की मात्रा 18.6 % होती है। मैथानोल की निकासी के लिए यह एक अच्छा विलायक है।