Punjab Baramasi: आमतौर पर इसकी शाखाएं ज़मीन को स्पर्श करती हैं| लैमन के फल पीले, आकार में गोल जिसका तल लंबा और पतला होता है| कुदरती रूप से फल बीज-रहित और रसभरे होते हैं| इसकी औसतन पैदावार 84 किलो प्रति वृक्ष होती है|
Eureka: इसके वृक्ष अर्द्ध- मज़बूत होते हैं| लैमन पीले छिलके वाले रंग के, जूस मज़बूत तेज़ाबी होने के साथ बहुत बढ़िया स्वाद के होते हैं|इसके फल अगस्त में पक जाते हैं|
Punjab Galgal: वृक्ष मज़बूत होने के साथ साथ इसके हल्के हरे रंग के पत्ते होते हैं| इसके फल दरमियाने आकार और अंडाकार होते हैं| इसका जूस तेज़ाबी और एक एकेले फल में 8-10 बीज होते है| इसके फल नवंबर-दिसंबर में पक जाते हैं| इसकी औसतन पैदावार 80-100 किलो प्रति वृक्ष होती है|
PAU Baramasi: इस किस्म के फलों के पकने का सही समय जुलाई का पहला सप्ताह है। इसमें बहुत कम मात्रा में बीज होते हैं। इसकी औसतन उपज 84 किलो प्रति वृक्ष होती है।
PAU Baramasi-1: इस किस्म के फलों के पकने का सही समय नवंबर का आखिरी सप्ताह है। इसके फल बीज रहित होते हैं। इसकी औसतन उपज 80 किलो प्रति वृक्ष होती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
Rasraj: यह किस्म IIHR द्वारा विकसित की गई है। पीले रंग के फलों में रस की मात्रा 70 % और 12 बीज होते हैं। इसकी खट्टेपन की मात्रा 6% और शुगर की मात्रा लगभग 8 ब्रिक्स है। यह किस्म पत्तों के झुलस रोग और कोढ़ रोग के प्रतिरोधी है।
Lisbon lemon: यह ठंड और हवा के अधिक वेग के प्रतिरोधी है। इसके फल मध्यम आकार और पीले रंग के होता हैं, इसकी सतह नर्म होती है।
Lucknow seedless: इसके फल मध्यम आकार के और पीले रंग के होते हैं।
Pant Lemon: यह किस्म छोटे कद की होती है और इसके फल रसभरे होते हैं| यह रोग धफड़ी, कोढ़ और गुंदियां रोग के प्रतिरोधी है।
Assam Lemon, Italian lemon, Eureka lemon, Malta Lemon