Punjab Kheera - 1 (2018): यह किस्म केवल ग्रीनहाउस (polynet houses) के लिए अनुकूल है। इस किस्म का पौधा जल्दी बढ़ने वाला होता है प्रति नोड 1-2 फल पैदा करता है। फूल पार्थेनोकार्पिक होते हैं और फल गहरे हरे, बीज रहित, स्वाद कम कड़वा, मध्यम आकार (125 ग्राम), 13-15 सेंटीमीटर लंबे होते हैं, और इन्हें छीलने की आवश्यकता नहीं होती है। इसकी तुड़ाई सितंबर और जनवरी महीने में फसल बोने से 45-60 दिनों के बाद की जा सकती है। सितंबर महीने में बोयी फसल की औसतन पैदावार 304 क्विंटल प्रति एकड़ और जनवरी महीने में बोयी फसल की उपज 370 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Punjab Naveen (2008): इस किस्म की सतह खुरदरी होने के कारण पौधों की गहरे हरे रंग की पत्तियाँ होती हैं। जब फल पकने के स्तर पर पहुंच जाता है तब फल नर्म सतह के साथ आकार में बेलनाकार और फीके हरे रंग होते हैं और साथ ही फल कुरकुरे, कड़वेपन रहित और बीज रहित होते है। इसमें विटामिन सी की उच्च मात्रा पायी जाती है और सूखे पदार्थ की मात्रा ज्यादा होती है। यह किस्म 68 दिनों में पक जाती है। इसके फल स्वादिष्ट, रंग और रूप आकर्षित, आकार और बनावट बढिया होती है। इस किस्म की औसतन पैदावार 70 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
अन्य राज्य की किस्में
Pusa Uday: यह किस्म भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आई.ऐ.आर.आई) के द्वारा तैयार की गई है। इस किस्म के फलों का रंग फीका हरा, दरमियाना आकार और लंबाई 15 सैं.मी. होती हैं। एक एकड़ ज़मीन में 1.45 किलोग्राम बीजों का प्रयोग करें। यह किस्म 50-55 दिनों में पक जाती है। इस किस्म की औसतन पैदावार 65 क्विंटल प्रति एकड़ होती हैं।
Pusa Barkha: यह किस्म खरीफ के मौसम के लिए तैयार की गई हैं। यह उच्च मात्रा वाली नमी, तापमान और पत्तों के धब्बे रोग को सहन कर सकती है। इस किस्म की औसतन पैदावार 78 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।