Punjab Karela-15: इसके पत्ते नर्म, दाँतेदार और हरे होते हैं। इसका तना हरा और छोटे-छोटे बालों से ढका होता है, इसकी बेलें नर्म, दाँतेदार और गहरे हरे पत्तों वाली होती हैं। इस किस्म के फल मैट और गहरे हरे रंग के होते हैं। यह किस्म दरमियानी स्तर पर करेला पीला चितकबरा रोग के लिए प्रतिरोधी है। इसकी औसतन पैदावा 51 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Punjab Kareli-1 (2009): इस किस्म की बेलें लंबी, हरे रंग की, नर्म और दाँतेदार पत्तियों वाली होती हैं। इसके फल तीखे, लंबे और हरे रंग के होते हैं। इसके फल 66 दिनों के बाद पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके फल का औसतन भार 50 ग्राम होता है और इसकी औसतन पैदावा 70 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Punjab Jhaar Karela-1 (2017): इस किस्म की मध्यम लंबी और हरे पत्तों वाली होती है जो कि दांतेदार होती हैं। इस किस्म कि फल देखने में हरे, नर्म, तीखे और खाना बनाने के दौरान काटने में बढ़िया होते हैं। यह किस्म वायरस और निमाटोड संक्रमण के लिए प्रतिरोधी है। इसकी औसतन पैदावार 35 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
पुरानी किस्में
Punjab-14 (1985): इस किस्म की बेलें छोटी होती हैं। इसके फल हल्के हरे रंग के होते हैं और इसके फल का औसतन भार 35 ग्राम होता है। यह किस्म बारिश या बसंत के मौसम में बिजाई के लिए उपयुक्त है। इसकी औसतन पैदावार 50 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
अन्य किस्में
Arka Harit: इस किस्म के फल नर्म, छोटे, तीखे, हरे रंग और हल्की कड़वाहट वाले होते है। इसकी औसतन पैदावार 48 क्विंटल प्रति एकड़ होती है और यह किस्म IIHR बैंगलोर द्वारा जारी की गई है।
Pusa Vishesh: यह किस्म IARI, नई दिल्ली, द्वारा जारी की गई है और यह किस्म गर्मी के मौसम में खेती के लिए अनुकूल मानी जाती है। इसकी बेलें छोटे कद की और झाड़ीदार होती हैं और इनका प्रबंधन करना भी आसान होता है। इसके फल आकर्षक हरे, फिऊज़ीफॉर्म आकार के होते हैं जिनकी सतह पर कई नर्म और चमकदार रेखें होती हैं। ये मध्यम लंबे और मोटे होते हैं। यह जल्दी पकने वाली किस्म है और बुआई के बाद तुड़ाई में लगभग 55 दिन का समय लेती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
CO 1: इस किस्म के फल मध्यम आकार के होते हैं जो कि लंबे और गहरे हरे रंग के होते हैं। इसके फल का औसतन भार 100-120 ग्राम होता है। इस किस्म की औसतन पैदावार 5.8 टन प्रति एकड़ होती है और यह किस्म 115 दिनों में पक जाती है।
COBgoH 1: यह किस्म 115-120 दिनों में पक जाती है और इसकी औसतन पैदावार 20-21 टन प्रति एकड़ होती है।
MDU 1: इस किस्म के फल की लंबाई 30-40 सैं.मी. होती है और यह 120-130 दिनों में पक जाती है। इसकी औसतन पैदावार 13-14 टन प्रति एकड़ होती है।
Preethi और Priya अन्य मुख्य उगाई जाने वाली किस्में हैं।