PAG-3 (2003): इस किस्म की मध्यम लंबाई की बेलों के हरे पत्ते होते हैं। इसका फल आकर्षक, गोलाकार और औसत आकार के होते हैं। यह किस्म बुवाई से लेकर कटाई तक 145 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है। फलों का वजन औसतन 10 किलो होता है और इसकी औसतन पैदावार 120 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
आईसीएआर(ICAR), आईआईएचआर (IIHR) बैंगलोर द्वारा विकसित लोकप्रिय किस्में
Kashi Surbhi: इसका फल आयताकार, दीर्घवृत्ताभ, छिलका हरा सफेद, अंदर से सफेद होता है और फल का औसत वजन 10-12 किलोग्राम होने के साथ फल लंबी दूरी के परिवहन के लिए उपयुक्त है। इसकी उपज क्षमता 240 क्विंटल प्रति एकड़ (खरीफ मौसम) और 210-200 क्विंटल प्रति एकड़ (ग्रीष्म ऋतु) है।
Kashi Dhawal: यह किस्म एक स्थानीय संग्रह से ली गई है। इसकी बेल की लंबाई 7.5-8 मीटर होती है। इसका फल आयताकार, अंदर से सफेद, मोटाई 8.5-8.7 सेंटीमीटर, बीज व्यवस्था रैखिक, औसत वजन 11-12 किलोग्राम, फसल अवधि 120 दिन और उपज 230-240 क्विंटल प्रति एकड़ है। इसके फल में उच्च मात्रा में गुद्दा होता है जिससे यह पेठा मिठाई बनाने के लिए उपयुक्त है।
दूसरे राज्यों की किस्में
CO 1, CO 2, Pusa Ujjwal, Kashi Ujawal, MAH 1, IVAG 502