हाइब्रिड किस्में
PAU Magaz Kaddoo-1: यह किस्म 2018 में जारी हुई है। इस किस्म का प्रयोग खाने वाले बीज (मगज़ और स्नैक्स) बनाने के लिए किया जाता है। इसके बीज छिल्के रहित, बेलें छोटी और पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं। इस किस्म के फल दरमियाने, गोल और पकने के समय पीले रंग के हो जाते हैं। इस किस्म के बीज में 32 प्रतिशत ओमेगा-6, 3 प्रतिशत प्रोटीन और 27 प्रतिशत तेल होता है। इस किस्म के बीज का औसतन पैदावार 2.9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
PPH-1: यह किस्म 2016 में तैयार की गई है। यह ज्यादा जल्दी पकने वाली किस्म है। इसकी बेलें छोटे कद की, छोटे पोर वाली और गहरे हरे रंग के पत्ते होते हैं। इसके फल छोटे और गोल आकार के होते हैं। इसके फल जब अपरिपक्व होते हैं तब चितकबरा हरे रंग के होते हैं और पकने की अवस्था में ये चितकबरा भूरे रंग के हो जाते हैं। फल का गुद्दा सुनहरे पीले रंग का होता है। इसकी औसतन पैदावार 206 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
PPH-2: यह किस्म 2016 में तैयार की गई है। यह ज्यादा जल्दी पकने वाली किस्म है। इसकी बेलें छोटे कद की, छोटे पोर वाली और गहरे हरे रंग के पत्ते होते हैं। इसके फल छोटे और गोल आकार में होते हैं। अपरिपक्व अवस्था में इसके फल हल्के हरे रंग के और पकने की अवस्था में नर्म भूरे रंग के हो जाते हैं| फल का गुद्दा सुनहरे पीले रंग का होता है। इसकी औसतन पैदावार 222 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Punjab Samrat (Released in 2008): इसकी बेलें सामान्य लंबी होती हैं। नुकीला तना और गहरे हरे रंग के पत्ते होते हैं। इसके फल छोटे और गोल आकार में होते हैं। अपरिपक्व अवस्था में इसके फल हरे रंग के और पकने की अवस्था में हल्के भूरे रंग के हो जाते हैं| फल का गुद्दा सुनहरे पीले रंग का होता है। इसकी औसतन पैदावार 165 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
CO 2: यह किस्म 1974 में तैयार की गई है। प्रत्येक फल का औसतन भार 1.5-2 किलोग्राम होता है। फल का गुद्दा संतरी रंग का होता है। इसकी औसतन पैदावार 100 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह किस्म 135 दिनों में पक जाती है।
CO1, Arka Suryamukhi, Pusa Viswesh, TCR 011, Ambilli and Arka Chandan कद्दू की महत्तवपूर्ण किस्में हैं।