Punjab Sweet Potato-21: इस किस्म की बेल की लम्बाई दरमियानी होती है| इसके पत्तों का आकार चौड़ा और रंग गहरा हरा, तना लम्बा और मोटा, इसकी डंडी लम्बी 4.5 सैं.मी. और पत्तों की लम्बाई 9 सैं.मी. होती है| इसके फल गहरे लाल रंग के होते है, जो 20 सैं.मी. लम्बे और 4 सैं.मी. चौड़े होते है और इनका गुद्दा सफेद रंग का होता है| यह किस्म 145 दिनों में पक जाती हैं| इनके फलों का औसतन भार 75 ग्राम होता है| इसके फल में 35 % सूखा पदार्थ और 81 मि. ली. प्रति ग्राम स्टार्च की मात्रा होती हैं| इसकी औसतन पैदावार 75 क्विंटल प्रति एकड़ होती हैं|
और राज्यों की किस्में
Varsha: यह किस्म महाराष्ट्र में उगाने की सिफारिश की जाती है| यह बारिश की ऋतु में उगाने के लिए अनुकूल है| इसकी औसतन पैदावार 62.5 किलो प्रति एकड़ होती हैं|
Konkan Ashwini: यह किस्म महाराष्ट्र में उगाने के लिए तैयार की गई है| यह कम समय वाली फसल है और ज्यादा पैदावार देती है|
Sree Arun: यह जल्दी पकने वाली किस्म हैं जिसका छिलका गुलाबी और गुद्दा क्रीम रंग का होता है| यह किस्म सैंट्रल ट्यूबर क्रॉप रिसर्च इंस्टीट्यूट(सी टी सी आर आई), श्रीकरियम द्वारा तैयार की गई है| इसकी औसतन पैदावार 83-116 क्विंटल प्रति एकड़ होती हैं|
Sree Kanaka: यह किस्म सैंट्रल ट्यूबर क्रॉप रीसर्च ਇੰਸਟੀਟਿਊਟ (सी टी सी आर), श्रीक्रियम द्वारा तैयार की गई है| इसका छिलका क्रीम रंग का होता है और गुद्दा गहरे संतरी रंग का होता है| इसकी औसतन पैदावार 41-62.5 किलो प्रति एकड़ होती है|
Sree Varun: यह किस्म सैंट्रल ट्यूबर क्रॉप रीसर्च ਇੰਸਟੀਟਿਊਟ (सी टी सी आर), श्रीक्रियम द्वारा तैयार की गई है| इसका छिलका क्रीम रंग का होता है| यह जल्दी पकने वाली फसल है, जो 90-100 दिनों में तैयार हो जाती है| इसकी औसतन पैदावार 80-100 किलो प्रति एकड़ होती है|
उन्नत किस्में
H-41, H-42, Co 3, Co CIP 1, Sree Vardhini, Sree Rethna, Sree Bhadra, Sree Nandini, Kanjanghad, Gouri, Sankar और Kiran